!!हर हर महादेव!!
महादेव ज्योतिष प्रतिष्ठान यह येक संस्था है!
कुंडली में व्यापार या नौकरी को दशम भाव से देखा जाता है। दशम भाव के स्वामी को दशमेश या कर्मेश या कार्येश कहते हैं। इस भाव से यह देखा जाता है कि व्यक्ति सरकारी नौकरी करेगा अथवा प्राइवेट? या व्यापार करेगा तो कौन सा और उसे किस क्षेत्र में अधिक सफलता मिलेगी? सप्तम भाव साझेदारी का होता है। इसमें मित्र ग्रह हों तो पार्टनरशिप से लाभ। शत्रु ग्रह हो तो पार्टनरशिप से नुकसान। मित्र ग्रह सूर्य, चंद्र, बुध, गुरु होते हैं। शनि, मंगल, राहु, केतु ये आपस में मित्र होते हैं। सूर्य, बुध, गुरु और शनि दशम भाव के कारक ग्रह हैं।
बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि कौन सा व्यापार फलीभूत होगा या क्या मुझे प्राइवेट या सरकारी नौकरी करना चाहिए? कुंडली के अनुसार मुझे कौन सा कार्य करना चाहिए जिसमें मुझे सफलता मिले। इन्हीं प्रश्नों के समाधान के लिए यहां प्रस्तुत हैं कुछ सामान्य जानकारियां। आप निम्नलिखित ग्रहों के आधार पर ही अपना करियर चुनेंगे तो जल्दी सफलता मिलेगी। यदि आपको लगता है कि मेरे ग्रह अनुकूल नहीं हैं, तो आप इसके उपाय करें।
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