!!हर हर महादेव!!
महादेव ज्योतिष प्रतिष्ठान यह येक संस्था है!
नवम पर जब सूर्य और राहू की युति हो रही हो तो यह माना जाता है कि पितृ दोष योग बन रहा है। शास्त्र के अनुसार सूर्य तथा राहू जिस भी भाव में बैठते है, उस भाव के सभी फल नष्ट हो जाते है। व्यक्ति की कुण्डली में एक ऎसा दोष है जो इन सब दु:खों को एक साथ देने की क्षमता रखता है, इस दोष को पितृ दोष के नाम से जाना जाता है।
यदि व्यक्ति के घर में लगातार धन की कमी बनी रहती है तो उसकी कुंडली में पितृदोष हो सकता है। -यदि घऱ के किसी व्यक्ति की शादी में बार-बार दिक्कतें आ रही हो तो भी उसकी कुंडली में पितृदोष हो सकता है। -परिवार में हमेशा कलह का वातावरण बने रहना भी पितृदोष की तरफ इशारा करता है
अधिक जानने के लिए संपर्क करे |